शराब का वैवाहिक जीवन पर प्रभाव – Impact of alcohol on marital life Hindi
शराब का वैवाहिक जीवन पर प्रभाव – शराब वह वस्तु है जो अच्छे-खासे वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर देती है। शराब न केवल व्यक्ति को अन्दर से खोखला करती है बल्कि उसकी मानसिकता पर भी प्रभाव डालती है। शराब से अच्छे-खासे परिवार बिखर जाते हैं। शराब पति-पत्नी के बीच झगड़े का एक ऐसा सिलसिला शुरू कर देती है जो कभी खत्म नहीं होता। अधिक शराब के सेवन से पुरुष में नपुंसकता के लक्षण आ जाते हैं जिससे उसमें सेक्स की उत्तेजना कम हो जाती है और वह सेक्स करने में असमर्थ हो जाता है। सेक्स की शक्ति कम होने से व्यक्ति का आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है। नपुंसकता के कारण जब पुरुष अपनी पत्नी की सेक्स इच्छा को पूरी नहीं कर पाता है तो उनके बीच और भी कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।
जिस व्यक्ति को शराब की लत लग जाती है वह अपने परिवार का ध्यान भी नहीं रख पाता है। आमतौर पर शराबी व्यक्ति की पत्नी को मुख्य तीन परेशानियों का सामना करना पड़ता है- शराब पीने के कारण पुरुष की सेक्स शक्ति कम हो जाती है जिससे स्त्री सेक्स का भरपूर आनन्द नहीं ले पाती। दूसरा शराब के कारण व्यक्ति का पूरा पैसा शराब में चला जाता है जिससे घर की आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है और पति-पत्नी के बीच अक्सर लड़ाई-झगड़े का माहौल बन जाता है। तीसरा शराब पीने के कारण व्यक्ति का व्यवहार आक्रामक एवं हिंसक हो जाता है। बात-बात पर वह अपनी पत्नी को मारता-पीटता रहता है और अपने बीच आने वाले को भी गालियां देता रहता है जिससे उसके पड़ोसी उसकी मदद नहीं करते।
शराब के कारण व्यक्ति न केवल समाज से दूर होता है बल्कि घर, परिवार, पत्नी यहां तक कि उसका अपना शरीर भी साथ छोड़ने लगता है। शराब पीने से धन की हानि तो होती ही है, साथ ही शरीर और मस्तिष्क को भी हानि होती है। इससे शरीर में विभिन्न प्रकार के रोग हो जाते हैं। लीवर (गुर्दे) खराब हो जाते हैं जिससे अनेक प्रकार के मूत्र संबंधी रोग हो जाते हैं। फेफड़े रोग ग्रस्त हो जाते हैं। नपुंसकता आ जाती है। व्यक्ति की शारीरिक शक्ति क्षीण होने लगती है।
सेक्स विशेषज्ञों का कहना है कि शराब पीने से नपुंसकता आती है लेकिन इतनी जल्दी नहीं कि वह सेक्स न कर सके। शराब पीने से उत्पन्न नपुंसकता भी मानसिक नपुंसकता ही है क्योंकि जब व्यक्ति शराब पीता है तो उसमें उत्तेजना आती है लेकिन इच्छा और शारीरिक थकान के कारण व्यक्ति उस उत्तेजना को शांत नहीं कर पाता जिससे शराब के लगातर सेवन से उत्तेजना आनी ही बंद हो जाती है। यह क्रिया वैसे ही होती है जैसे किसी मशीन को बनाकर उसे बिना इस्तेमाल किए ऐसे ही छोड़ दिया जाता है और वह खराब हो जाता है। लेकिन सेक्स विशेषज्ञों और मनोविशेषज्ञों द्वारा शराब पीने के कारण सेक्स शक्ति समाप्त होने या नपुंसकता आ जाने के विषय में अध्यन करने पर पाया कि शराब के कारण उत्पन्न नपुंसकता अस्थाई होती है जिसे समय रहते दूर किया जा सकता है। व्यक्ति के मन में यह विश्वास दिलाकर की वह नपुंसक नहीं और न ही उसमें सेक्स शक्ति कम हुई है।
इसके साथ व्यक्ति को शराब भी छुड़ा दिया जाए। लेकिन समय रहते यदि व्यक्ति का मनोचिकित्सक से उपचार न कराया जा तो यह अस्थाई नपुंसकता स्थाई हो जाता है और फिर व्यक्ति वास्तव में नपुंसक हो जाता है एवं उसमें सेक्स करने की शक्ति समाप्त हो जाती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को शराब नहीं पीना चाहिए क्योंकि वह आपकी जिन्दगी बर्बाद कर देती है और आपको अपने पत्नी, बच्चे और परिवार से दूर कर देती है। पत्नी का यह कर्तव्य है कि वह अपने पति की शराब की आदत छुड़ाने के लिए मनोचिकित्सक और नशामुक्ति केन्द्र का सहारा ले और अपने पति का साथ छोड़ने के स्थान पर अपने पति की शराब की आदत छुड़ाने की कोशिश करें।
अतः सभी व्यक्ति विशेषकर सभी युवक वर्गों से मै यही कहना चाहूंगा कि शराब को पीकर कभी यह सोचने की भूल मत करना कि आप शराब को पी रहे हो बल्कि शराब आप को पी रहा होता है और यदि इस पर विश्वास न हो तो उन घरों में झांककर देखो जिन घरों में शराबी रहते हैं।
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